कल होगा रंगदे का धमाल युवाओ को इन्तजार है प्रोग्राम का

कल होगा रंगदे का धमाल युवाओ को इन्तजार है प्रोग्राम का होली को लेकर शनीचर बाजार में चढ़ा होली का रंग, नगाड़ो की थाप पर झूमें युवा छुईखदान --- होली को लेकर इस साल भी रंगदे कार्यक्रम का इंतजार युवाओं को बेसब्री से है जिसे लेकर कल होने वाले कार्यक्रम की तैयारी आयोजको ने कर रखी है

कल होगा रंगदे का धमाल  युवाओ को इन्तजार है प्रोग्राम का

कल होगा रंगदे का धमाल

युवाओ को इन्तजार है प्रोग्राम का

होली को लेकर शनीचर बाजार में चढ़ा होली का रंग, नगाड़ो की थाप पर झूमें युवा 

छुईखदान --- होली को लेकर इस साल भी रंगदे कार्यक्रम का इंतजार युवाओं को बेसब्री से है जिसे लेकर कल होने वाले कार्यक्रम की तैयारी आयोजको ने कर रखी है, कल दोपहर 10 बजे से शाम 4 बजे पुरे नगर वासी रंग दे कार्यक्रम को लेकर उत्साहित दिख रहें है l कार्यक्रम का आयोजन राजमहल मैरिज गार्डन में किया जा रहा है l आयोजक कमेटी के सदस्य अनुराग सोनी अंकित गुप्ता सागर महोबिया नीलेश गुप्ता अंजलीना गुप्ता और शैव्या ने कल के आयोजन के लिए अपील किये है आइये एक बार आकर देखें रंगदे आपको आनंदित कर देगा l

  होली बाजार गुलजार होना शुरू हो गया है

 घरों और गली मोहल्लों में जहां पर्व की तैयारियां चल रही है वहीं शहर में भी नगाड़े का बाजार सजना शुरू हो गया है। शहर के बाजार चौक में अभी नगाड़े की बिक्री के लिए दुकानें सजी हैं जिसमें होली के दिन में वृद्धि होगी।रंगों का त्योहार होली खेलने को बेचैन शहर के लोगों का इंतजार आज खत्म हो जाएगा। हालांकि होली पर मस्ती और एक दूसरे को रंग लगाने के लिए लोग अभी से तैयारियों में जुट गए हैं। बाजार में रंगों की दुकानें भी सजी हुईं हैं। इस बार लोगों में तिलक होली खेलने के लिए हर्बल गुलाल की मांग ज्यादा की है। कलर की बिक्री से बाजार गुलजार हो गया है शहर के मुख्य मार्ग अभी से रंग बिरंग लगने लगे है म। अधिकांश दुकानों पर गुलाल ही देखने को मिल रही है। बाजार में बिक रही अलग-अगल खुशबू वाली गुलाल की मांग भी अधिक है। व्यापारियों के अनुसार होली पर अब अधिकांश व्यापारी सहित आमजन भी अच्छी क्वालिटी वाली गुलाल की मांग कर रहे हैं।

       चाइना स्प्रे व रंग बाजार से गायबः

रंगोत्सव पर इस बार चाइना का रंग नहीं बल्कि देशी व हर्बल रंगों से होली का त्योहार मनेगा। हर साल बाजार में चाइना पिचकारी व रंग सहित स्प्रे आते थे, लेकिन इस बार मार्केट में चाइना स्प्रे और रंग गायब हो गए हैं। व्यापारियों ने वोकल फार लोकल की डिमांड की है। कारोबारियों के मुताबिक अब बड़े व्यापारी ही रंग और पिचकारी तैयार कर रहे हैं। महिलाएं भी हर्बल रंग बना रही है। होली बाजार में इन्हीं रंगों की डिमांड इस बार ज्यादा है।मुखौटा का बाजार भी होली में डरावने मुखौटों की बिक्री प्रतिबंधित है। लेकिन इस साल होली बाजार कई तरह के मुखौटों से सजा है। बच्चों के लिए बिल्ली, चूहे व डाग सहित कार्टून के मुखौटे बने है। वहीं नकली बाल भी कई वैराटियों में है। कुछ मुखौटे डरावने भी हैं। इसके अलावा पिचकारियां भी कई वैराटियों में आयी है, जिसकी डिमांड भी होली बाजार में काफी अधिक है। बच्चों को नई तरह की पिचकारियां बेहद पंसद आ रही है। शनिवार से बाजार में उछाल भी शुरू हो गया है। पिचकारियों के साथ रंग-गुलाल की बंपर बिक्री हो रही हैl 

        होलिका दहन की तैयारी में जुटे लोग

होलिका दहन की तैयारी में लोग पहले से ही जुट गए हैं। सूखी लकड़ियों समेत झाड़-झंखाड़ जगह-जगह इकट्ठा किए जा रहे हैं। नगर में मुख्य रूप से कंडरा पारा स्थित कुंवारी होली से आग लाकर होलिका दहन नगर के बांकी होलिका समिति के द्वारा किया जाता है l बस स्टेंड, जमतपारा, बैला पसरा, टिकरीपारा के पास होलिका जलाई जाती है। इन जगहों पर काफी भीड़ होती है। इसके अलावा नगर के अन्य मोहल्लों व ग्रामीण अंचलों में कई जगहों पर होलिका जलाई जाती है।

             जगह जगह हो रहें फाग गीत

    फाग गीत जगह जगहों पर हों रहें है। अब कुछ जगहों पर फिल्मी गानों ने ले लिया है। लेकिन आज भी फाग गीतों का लुफ्त उठाने वाले लोगों की कमी नहीं है l मां काली जस समिति के सदस्यो हर मोहल्ले में पारम्परिक फाग गीत का विस्तार पूर्वक प्रस्तुत किये है फाग गीत के लोकल गायकों ने भी कई जगहों पर होली गीत के माध्यम से अपनी कला का प्रदर्शन किया है l 

सोच समझकर करें खाद्य सामग्री का चयन, रंग खेलते समय बरते सावधानी

होली पर्व पर घर पर लोग आते हैं जिनका स्वागत विभिन्न प्रकार के पकवानों से किया जाता है। ऐसे में लोग गुजिया, मिठाई, नमकीन, चिप्स पापड़ खरीदते हैं। कोशिश करें कि खाने-

पीने के सामान को घर पर बनाएं। बाजार के सामान से परहेज करें। डा. विनय रामटेके, नेत्र चिकित्सक, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र छुईखदानने कहां की रंग खेलते समय आंखों का ध्यान रखें। चाइनीज रंगों व घटिया किस्म के रंग व गुलाल का उपयोग न करें। इससे त्वचा के साथ ही आंख भी खराब हो सकती है। आंख को बचाने के लिए चश्मा का प्रयोग करें।