निगार अंजुम का हुआ सम्मान और दिए बिदाई
निगार अंजुम का हुआ सम्मान और दिए बिदाई शास. हाई स्कूल भरदाकला में राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित सेवानिवृत प्राचार्य निगार अंजुम का हुआ सम्मान विधायक यशोदा नीलांबर वर्मा ने स्मृति चिन्ह देकर किया सम्मानित इस अवसर पर हाई स्कूल के कम्प्यूटर कक्ष का लोकार्पण व पुलिया निर्माण का भूमिपूजन भी किया गया

निगार अंजुम का हुआ सम्मान और दिए बिदाई
शास. हाई स्कूल भरदाकला में राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित सेवानिवृत प्राचार्य निगार अंजुम का हुआ सम्मान
विधायक यशोदा नीलांबर वर्मा ने स्मृति चिन्ह देकर किया सम्मानित
इस अवसर पर हाई स्कूल के कम्प्यूटर कक्ष का लोकार्पण व पुलिया निर्माण का भूमिपूजन भी किया गया
खैरागढ़ छुईखदान गंडई,,,,शासकीय हाई स्कूल भरदाकला विकास खण्ड खैरागढ़ में गुरुवार 24 अप्रैल को राष्ट्रपति एवं राज्यपाल पुरस्कार से सम्मानित हो चुकी स्कूल की सेवानिवृत प्रचार्या निगार अंजुम खान का विदाई समारोह आयोजित कर उन्हें विधायक यशोदा नीलांबर वर्मा के कर कमलों से सम्मानित किया गया. ।
इस दौरान हाई स्कूल के कम्प्यूटर कक्ष का लोकार्पण व पुलिया निर्माण का भूमिपूजन भी विधायक यशोदा वर्मा द्वारा किया गया. इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में क्षेत्रीय विधायक यशोदा नीलांबर वर्मा उपस्थित थी. कार्यक्रम की अध्यक्षता स्कूल के जनभागीदारी समिति अध्यक्ष परमानंद साहू ने की वही विशिष्ट अतिथि के रूप प्रदेश कांग्रेस प्रतिनिधी नीलांबर वर्मा, भरदाकला के सरपंच शेखर कुर्रे, पूर्व सरपंच सविता सुखचैन साहू, पूर्व सरपंच तामेश्वरी विनोद साहू, ग्राम पटेल रघुनाथ साहू, वरिष्ठ अधिवक्ता कौशल प्रसाद कोसरे, उपसरपंच शिवकुमार साहू, प्राथमिक शाला विकास समिति अध्यक्ष चंद्रिका प्रसाद साहू, माध्यमिक शाला विकास समिति अध्यक्ष बिरेश्वर साहू व समाजसेवी नरहर देव सिंह, रोहित साहू, रघुनंदन साहू, घसिया वर्मा, डॉ. पीताम्बर वर्मा, लतमार साहू, डोमार साहू, आशाराम साहू, सिरधेनंद नेताम, नोहर नेताम, टीकम साहू, प्रीतम बर्मन, अभयदास पुष्पा साहू, नीता साहू, अनिता टोन्ड्रे, पन्ना नेताम, विवराम यादव धीराम साहू, संतोष महिपाल व नर्मदा साहू व समस्त पंचगण सहित स्कूल की प्रभारी प्राचार्य कु.पायल मेश्राम, वरिष्ठ शिक्षिका दीपाली सिंह, प्रेरणा सिंह, व्याख्याता दानेश्वर भैसारे व व्याख्याता ओमप्रकाश सोनी भी उपस्थित थे.।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि विधायक यशोदा नीलांबर वर्मा सहित समस्त अतिथियों ने सर्वप्रथम मां सरस्वती की विधिवत् रूप से पूजा अर्चना की तत्पश्चात कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ तदोपरांत मुख्य अतिथि विधायक यशोदा नीलांबर वर्मा ने ग्राम भरदाकला हाई स्कूल के कंप्यूटर कक्ष का विधिवत् रूप से पूजा अर्चना कर लोकार्पण एवं पुलिया निर्माण कार्य का भूमिपूजन भी किया. विधायक यशोदा वर्मा ने कहा कि ग्राम भरदाकला में कभी भी विकास कार्यों में कोई कमी नहीं आने दी जायेगी. इस दौरान विधायक यशोदा वर्मा ने सेवानिवृत प्राचार्य निगार अंजुम खान के तकरीबन 43 वर्ष के शिक्षकीय जीवन काल की तारीफ भी की और कहा कि निगार अंजुम जैसे गुरु विरले ही होते है. उन्होंने कहा कि निगार अंजुम ने अपने शिक्षकीय जीवन में बेहतरीन कार्य कर मिशाल कायम की और उनके इन्हीं गुणों की वजह से उन्हें राष्ट्रपति और राज्यपाल पुरस्कार सहित दर्जनों विशेष पुरस्कारों से सम्मानित किया गया था. इस दौरान सम्मान से अभिभूत होकर सेवानिवृत प्राचार्य निगार अंजुम खान बहुत भावुक हो गई और उन्होंने विधायक सहित समस्त ग्राम वासियों व समस्त शिक्षकों के प्रति ऐसी भावभीनी विदाई देने के लिए आभार व्यक्त किया साथ ही समस्त छात्रों को उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं भी दी और कहा कि मैं सरकारी नौकरी से सेवानिवृत जरूर हो गई हूं पर जरूरत पड़ने पर मेरा मार्गदर्शन अपने सभी कनिष्ठ शिक्षकों और प्यारे छात्रों को हमेशा मिलता रहेगा. इस अवसर पर बड़ी संख्या में ग्रामवासी भी उपस्थित थे.
सन 1983 से निगार अंजुम शिक्षा के क्षेत्र में निरन्तर छात्रों को मार्गदर्शन देती रही
गौरतलब है कि निगार अंजुम खान की शिक्षिका के रूप में प्रथम नियुक्ति 5 जुलाई 1983 को शास. प्राथमिक शाला नवीन पिपरिया में सहायक शिक्षक के पद पर हुई थी और उनकी पदोन्नति प्रधान पाठक के पद पर 17 जून 2009 को शास. प्राथमिक शाला, नवीन पिपरिया में ही हुई। निगार अंजुम खान 24 अगस्त 2015 से उच्च वर्ग शिक्षक के पद पर पदोन्नत होकर शास. पूर्व माध्यमिक शाला
देवारीभाठ में अपनी सेवाएँ दी और फिर शास. हाई स्कूल भरदाकला में पदोन्नत होकर प्रभारी प्राचार्य के पद पर 3 अक्टूबर 2018 से सेवा में रहते हुये 31 जनवरी 2025 को सेवानिवृत्त हुई. इस दौरान अपने सफलतम् सेवाकाल में उन्हें राष्ट्रपति अवार्ड के साथ राज्यपाल व स्मृति अवार्ड (पदुमलाल पुन्नालाल बक्शी अवार्ड) से भी शासन द्वारा सम्मानित किया गया था और उन्होंने अपने जीवन का अति महत्वपूर्ण तकरीबन 43 वर्ष शिक्षकीय सेवा में समर्पित किया जिसके लिये उन्हें हमेशा याद किया जायेगा.