जय गुरुदेव के कार्यक्रम मे उमड़ी भीड़
जय गुरुदेव के कार्यक्रम मे उमड़ी भीड़ श्रद्धांलुओं ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा मनुष्य शरीर में दोनों आंखों के मध्य में प्रभु की अंश जीवात्मा बैठती है----=पूज्य पंकज जी महाराज छुईखदान =-=-जयगुरुदेव धर्म प्रचारक संस्था, मथुरा के रा. अध्यक्ष एवं विख्यात सन्त बाबा जयगुरुदेव जी महाराज के उत्तराधिकारी पूज्य पंकज जी महाराज के सानिध्य में निकली 82 दिवसीय शाकाहार-सदाचार, मद्यनिषेध आध्यात्मिक जनजागरण यात्रा ने स्वामी आत्मानन्द इंग्लिश स्कूल, छुईखदान के प्रांगण में कल सायंकाल पड़ाव किया।
जय गुरुदेव के कार्यक्रम मे उमड़ी भीड़
श्रद्धांलुओं ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा
मनुष्य शरीर में दोनों आंखों के मध्य में प्रभु की अंश जीवात्मा बैठती है----=पूज्य पंकज जी महाराज
छुईखदान =-=-जयगुरुदेव धर्म प्रचारक संस्था, मथुरा के रा. अध्यक्ष एवं विख्यात सन्त बाबा जयगुरुदेव जी महाराज के उत्तराधिकारी पूज्य पंकज जी महाराज के सानिध्य में निकली 82 दिवसीय शाकाहार-सदाचार, मद्यनिषेध आध्यात्मिक जनजागरण यात्रा ने स्वामी आत्मानन्द इंग्लिश स्कूल, छुईखदान के प्रांगण में कल सायंकाल पड़ाव किया।
आज यहाँ आयोेजित सत्संग समारोह में पूज्य पंकज जी महाराज ने प्रवचन में बताया कि यह मनुष्य शरीर परमात्मा का दिया सबसे बड़ा वरदान है। इसी मनुष्य शरीर में दोनों आंखों के मध्य में प्रभु की अंश जीवात्मा बैठी है। जिसमें एक दिव्य आंख व एक दिव्य कान भी है। जिससे उस प्रभु के देश से (ऊपरी मण्डल) से आने वाली देववाणी (प्दंनकपइसम ेवनदक), कलमा को सुना जा सकता है और उन दिव्य लोकों का नजारा भी देखने को मिलता है। लेकिन इस माया के देश में कर्मों के आवरण से वह दिव्य आंख व दिव्य कान पर पर्दा पड़ गया इससे अब न कुछ दिखाई पड़ता है, न ही सुनाई पड़ता है। तो लोग इसे मात्र कल्पना ही मानने लगे हैं। जब कोई पूरे महात्मा मिल जांय जिन्होंने साधना करके अपनी जीवात्मा को जगा लिया हो और वे प्रसन्न होकर उस प्रभु के पाने का भेद बता दें और जब आप खेती, दुकान, दफ्तर का काम करते हुये घण्टे, दो घण्टे का समय निकालकर स्वतः साधना करें और अपने उस दिव्य आंख व दिव्य कान को खोलकर ऊपरी मण्डलों की सैर करने लगेंगे तो यह भ्रम खत्म हो जायेगा और प्रभु भगवान आपको अपने बहुत करीब लगने लगेंगे। उन्होंने आगे कहा कि परमात्मा जब भी मिलेगा इसी मनुष्य शरीर में ही मिलेगा ‘‘मो को कहां तू ढूढ़े बन्दे, मैं तो तेरे पास में। न तीरथ में न मूरत में मैं तो हँू विश्वास में।’’ लेकिन इसके लिये खान-पान पर भी ध्यान देने की आवश्यकता है। आप अशुद्ध आहार न करें, किसी भी पशु-पक्षी का मुर्दा मांस पेट में डालकर इसे श्मशान घाट न बनायें। साथ ही किसी भी प्रकार के नशीले पदार्थों (शराब आदि) का सेवन भी न करें जिससे मां, बहन, बेटी की पहचान, निगाहों से खत्म हो जाये। आज वर्तमान में युवा पीढ़ी इसी नशे की चपेट में आकर ‘दिशाविहीन होती जा रही है जो चिंता का विषय है। युवा पीढ़ी के चरित्र उत्थान के लिये संस्थाध्यक्ष ने धार्मिक लोगों, बुद्धिजीवियों तथा समाज सेवी संस्थाओं से भी आगे आने की अपील किया। उन्होंने बताया कि अच्छे समाज के निर्माण के निमित्त हमारा अभियान तो निरन्तर चलता रहता है।
उन्होंने आगामी 24 से 26 मार्च तक जयगुरुदेव आश्रम, मथुरा में आयोजित होने वाले होली सत्संग में आने का निमन्त्रण दिया तथा बताया कि मथुरा में वरदानी जयगुरुदेव मन्दिर बना है जहाँ बुराइयाँ चढ़ाने पर मनोकामना की पूर्ति होती है। जिला इटावा में तहसील भरथना के गाँव खितौरा धाम में बाबा जी की पावन जन्मभूमि है यहाँ पर भी भव्य वरदानी मन्दिर बना है। यहाँ सभी सम्प्रदायों के लोग आते हैं। आप सबने हमको अपना कीमती समय दिया इसके लिये आप सभी को बहुत-बहुत साधुवाद।
इस अवसर पर संस्था के महामन्त्री बाबूराम यादव, जयगुरुदेव आश्रम मथुरा के प्रबन्धक सन्तराम चौधरी, संगत बिहार के अध्यक्ष मृत्युन्जय झा, दिल्ली प्रदेशाध्यक्ष विजय पाल सिंह, छत्तीसगढ़ प्रदेशाध्यक्ष डा. कमल सिंह पटेल, प्रभारी जसवन्त चौरसिया, कार्यक्रम प्रभारी करण भाई पटेल, आयोजक राजूराम साहू, अनिल
साहू, रामाधार साहू, दसन साहू, गेंदूराम साहू, रामावतार व लीलाधर साहू सहयोगी संगत लखनऊ बक्सीतालाब के सतीश चन्द, विद्यासागर आदि मौजूद रहे।
सत्संग समापन के बाद जनजागरण यात्रा अपने अगले पड़ाव ग्राम रूदगाँव जिला-राजनांदगाँव के लिये प्रस्थान कर गई। यहाँ कल (आज) दोप. 12.00 बजे से सत्संग समारोह आयोजित है।