पुष्पा वर्मा बनी जनपद पंचायत छुईखदान की अध्यक्ष

पुष्पा वर्मा बनी जनपद पंचायत छुईखदान की अध्यक्ष राजू राम लोधी जनपद उपाध्यक्ष बने

पुष्पा वर्मा बनी जनपद पंचायत छुईखदान की अध्यक्ष

पुष्पा वर्मा बनी जनपद पंचायत छुईखदान की अध्यक्ष

राजू राम लोधी जनपद उपाध्यक्ष बने 

छुईखदान ,, छुईखदान जनपद पंचायत में हुए त्रिस्तरी चुनाव के बाद जनपद पंचायत अध्यक्ष का चुनाव आज संपन्न कराया गया, जिसमें सदस्यो की संख्या 25 थी, मतदान उपरांत हुए गिनती में पुष्पा वर्मा जनपद सदस्य गोपालपुर को 16 वोट मिले जो बीजेपी के प्रत्याशी थे, और कांग्रेस प्रत्याशी श्रीमती नीना विनोद ताम्रकार जो पूर्व जनपद अध्यक्ष थी उनको 7 वोट मिले और दो वोट निरस्त हुए इस प्रकार से पुष्पा वर्मा छुईखदान जनपद पंचायत के नए अध्यक्ष चुनी गई है,,वही उपाध्यक्ष चुनाव में भाजपा के राजू राम लोधी ने कांग्रेस के रमेश साहू को 7 के मुकाबले 17 वोट पाकर उपाध्यक्ष की कुर्सी पर कब्जा जमाया, उपाध्यक्ष चुनाव में 01वोट निरस्त हुए l 

,,,,,गहमा गहमी के बीच संपन्न हुआ चुनाव ,,,, दोनों पार्टी के नेतागण रहे उपस्थित,,,

             वैसे तो भाजपा के सदस्यों की संख्या शुरू से 16 ही आंकी जा रही थी, लेकिन मतदान के बाद जनपद पंचायत अध्यक्ष प्रत्यासी पुष्पा वर्मा को 16 ही मत प्राप्त हुए,,और कांग्रेस प्रत्याशी श्रीमती नीना विनोद ताम्रकार को 07 वोट प्राप्त हुए, और 02 वोट निरस्त हुए,इस प्रकार से छुईखदान जनपद पंचायत अध्यक्ष चुनाव में बीजेपी की प्रत्यासी श्रीमति पुष्पा वर्मा अपने प्रतिद्वंदी श्रीमति नीना विनोद ताम्रकार को 09 वोटो परास्त कर चुनाव जीत गई, वोटिंग के पहले दोनों पार्टी के नेता अपने दल बल के साथ नजर आए,जिससे भारी गहमा गहमी का माहौल बना, बीजेपी से जहा जिला युवा मोर्चा अध्यक्ष अयाश सिंह बोनी प्रेम नारायण चंद्राकर राकेश ठाकुर अनिल अग्रवाल राजेश मेहता प्रकाश जंघेल खेलन जंघेल धनऊ राम जंघेल भिखू हिरवानी लीलाराम साहू सहित भाजपा नेता सक्रिय दिखे ,वही कांग्रेस से

जिला कांग्रेस अध्यक्ष गजेंद्र ठाकरे नीलांबर वर्मा भीखम छाजेड़ रामकुमार पटेल मन्नू चंदेल सहित कांग्रेस के नेता गण उपस्थित थे,l 

           आख़िर 02 वोट किसके 

           चुनाव नतीजे आने के बाद चर्चा का केंद्र बिंदु का विषय यह रहा कि आख़िर 02 वोट किसके है जो निरस्त हो गए, विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार अध्यक्ष उपाध्यक्ष प्रत्याशी चयन के समय कुछ विवाद होने की चर्चा जोरो पर थी,,जिसे ही निरस्त वोटिंग के रूप में माना जा रहा है,,ठीक उसी प्रकार से अध्यक्ष चुनाव से पहले कांग्रेस के 10 वोटो की चर्चा थी जो जाकर 07 कैसे हो गई ये भी विषय को लेकर जन मानस में चुटकी लेने का विषय बन गया है,,,