स्कूल के बदहाल बाथरूम और व्यवस्था पर एक छात्र का टूटा फूटा शिकायत

स्कूल के बदहाल बाथरूम और व्यवस्था पर एक छात्र का टूटा फूटा शिकायत (मामला पी एम श्री स्वामी आत्मानंद स्कूल का) लघु शंका के लिए छुट्टी का इंतजार करते हैं छात्र

स्कूल के बदहाल बाथरूम और व्यवस्था पर एक छात्र का टूटा फूटा शिकायत

स्कूल के बदहाल बाथरूम और व्यवस्था पर एक छात्र का टूटा फूटा शिकायत 

      (मामला पी एम श्री स्वामी आत्मानंद स्कूल का)

     

लघु शंका के लिए छुट्टी का इंतजार करते हैं छात्र 

छुईखदान-==यहां की शिक्षा के स्तर को और उन्नत बनाने और या यह कहा जाए कि कुछ हद तक राजनीतिक तुष्टीकरण के लिए स्थापित आत्मानंद शासकीय स्कूल की स्थापना की गई। जिसमें बताया जाता है कि उक्त स्कूल मे हिन्दी सहित अंग्रेजी माध्यम से भी पढाई होती है,बताया जाता है कि अंग्रेजियत को जन जन तक पहुचाने और अंग्रेजी की अनिवार्य जानकारी छात्र छात्राओ तक पहुचाने के लिए आज भी उक्त स्कूल के टीचरों का सलेक्शन उन्ही प्रतिभागीयों का पहले होता है जो अंग्रेजी माध्यम से शिक्षा प्राप्त किए हो,परन्तु आज उक्त स्कूल मे अंग्रेजियत जैसी कोई तथ्य नजर नही आ रहा है,।

      यहां स्थित वाशरूम की हालत तो सबसे ज्यादा भयानक,बदबूदार और संभावित संक्रमणकारी स्पष्ट दिखाई दे रहा है उस पर स्कूल प्रशासन की भारी धुंधली सी पारदर्शीता ने अनेको सवाल खड़े करते हुए स्पष्ट रूप से आला अधिकारियो को कटघरे मे खड़ा करता है, अर्थात अब भ्रष्टाचार के गंभीर संदेह के घेरे मे यहां का शिक्षा का मंदिर जो प्रधानमंत्री श्री स्वामी आत्मानंद स्कूल का उपाधि प्राप्त है आ गया है और यह बात कोई दूसरा बाहरी नही अपितु एक विद्यार्थी की ओर से कहे जाने के बाद कोई जांच पड़ताल, या पूछताछ, आदि के लिए कोई जगह ही नही रह जाती है। 

,,,,,,,,लघु शंका के लिए छुट्टी का इंतजार करते हैं छात्र ,,,,,

            इस संबंध में छात्रों ने बताया कि पेशाब लगने पर हमे छुट्टी का इंतजार करना पड़ता है । टीचर्स बाहर जाने नहीं देते और अंदर आप जा नहीं सकते , ऐसे स्थिति में लगता है कही बच्चों को यूरिन इन्फेक्शन न हो जाए,।

         एक छात्र ने एक पत्र वायरल किया कि प्रशासन की ओर से सन् 2022-23 में लगभग हाई स्कूल के छात्रों से प्रति छात्र सौ रूपए शाला मे अध्यनरत छात्र छात्राओ को साफ सुथरा वाशरूम,शुद्ध पेयजल,साफ सुथरा मग गिलास, आदि मुहैया कराए जाने के वायदे के साथ बिना कोई रसीद या पावती के छात्रों से पैसे लिये जाने की जानकारी की चर्चा नगर में चल रहा है,। चर्चा इसलिए कि उक्त राशि स्वैच्छिक न होकर अनिवार्य रखी गई थी,वर्तमान मे उक्त स्कूल मे लगभग एक हजार से अधिक छात्र छात्राएँ अध्ययनरत बताई जा रही है जिसके हिसाब से यदि आज उक्त स्कूल की वर्तमान स्थिति जो बदतर ही नजर आ रही है,खेल एवं साँस्कृतिक सहित पूर्व जैसी प्रतिमाओं को निखारने जैसी कोई भी गतिविधि का सर्वथा अभाव के चलते उक्त स्कूल से किसी प्रकार की कोई विशेष का सर्वथा अभाव साफ देखा जा सकता है। 

          खास बात यह है कि एक छात्र ने जो अपने टूटे फूटे भाषा मे अपनी वेदना और स्कूल प्रशासन की लचर और तानाशाही व्यवस्था पर चोट करने हिम्मत जुटाई है उनके अनुसार स्कूल प्रशासन क्लास टीचरों के द्वारा उक्त रकम को वसूलने के लिए अपने वीटो पावर अर्थात त्रैमासिक, अर्धवार्षिक परीक्षाओं मे दिए जाने वाले अंक को लेकर भी अपने अपने अधिकरों का प्रयोग किया है ताकि वसूली लक्ष्य तक पहुचाया जा सके। 

          अब सवाल यह उठता है कि यह कौन बताएगा कि कितने छात्र छात्राओ ने उक्त राशि अदा की है और स्कूल प्रशासन कितना रकम अपने स्कूल की दशा सुधारने मे खर्च की है परन्तु कुछ दिनों से उक्त स्कूल के वाशरूम, कक्षाओ, और गतिविधियो से साफ है कि खर्चे के नाम पर केवल खानापूर्ति की गई है तो अब सवाल यह उठता है कि बचत राशि जो हजारों मे हो सकता है उसका क्या हुआ,या क्या होगा?इधर भ्रष्टाचार ने अपने गर्भ से नवजात को तो जन्म दे ही दिया है। 

         वर्तमान मे मामला पूरे जनमानस तक पहुच गया है शिक्षा से जुड़े लोगो की ओर से यह सलाह सामने आई है कि वर्तमान मे आत्मानंद स्कूल का संचालन पूर्व मे पंचायत एवं शिक्षा विभाग की ओर से नियुक्त शिक्षा कर्मियों जिन्हे वर्तमान मे शिक्षा विभाग मे संविलियन किया गया है को पदस्थ करके संचालित किया जा रहा है जबकि आत्मानंद स्कूल के लिए अलग से नियुक्तियां जारी है तो उक्त स्कूल मे प्राचार्य की नियुक्ति भी आने वाले समय में पी एम श्री स्वामी आत्मानंद स्कूल प्रशासन के लिए चयनित शिक्षकों के बीच से हो ताकि दूध का दूध और पानी का पानी रहे,जबकि पूर्व के बाहरी शिक्षको को उनके मूल कार्यालय वापिस किया जाना चाहिए,साथ ही वर्तमान की घटना की उच्चस्तरीय जांच, छात्र छात्राओ से एकांत चर्चा कर दोषियो के खिलाफ सख्त कार्यवाही कर समाज को निष्पक्षता का संदेश दें।

इस संबंध में संस्था के प्राचार्य ने कहा कि पिछले दिनों शाला प्रबंधन समिति की बैठक रखी गयी थी , शौचालय मरम्मत हेतु जिला से राशि जारी की गयी है प्राक्कलन भी तैयार करवा लिया गया है शीघ्र पुरा मरम्मत कराया जायेगा । सफाई कर्मचारी बुला कर सब टूट फुट और मलबा हटा लिया गया है ।