कृषि विभाग का गोदाम दे रहा दुर्घटना को निमंत्रण
कृषि विभाग का गोदाम दे रहा दुर्घटना को निमंत्रण बिखरे पड़े हैं बीज, खाद और दवाइयां प्रभारी के भरोसे संचालित हो रहा कार्यालय
कृषि विभाग का गोदाम दे रहा दुर्घटना को निमंत्रण
बिखरे पड़े हैं बीज, खाद और दवाइयां
प्रभारी के भरोसे संचालित हो रहा कार्यालय
छुईखदान== कृषि विभाग छुईखदान का स्थानीय कार्यालय इन दिनों चर्चा का केंद्र बिंदु है। यहां का गोदाम/भंडार कक्ष/ इन दिनों अव्यवस्था और लापरवाही का प्रतीक बन गया है। गोदाम में बीज, खाद और कीटनाशक दवाइयों के पैकेट इधर-उधर बिखरे पड़े हैं, जिससे न सिर्फ विभागीय सामग्री की बर्बादी हो रही है, बल्कि यह किसी बड़ी दुर्घटना को भी न्योता दे रहा है।
स्थानीय ग्रामीणों का कहना है।जब वो अपने कार्यों को लेकर कृषि विभाग के कार्यालय जाते है तो उनको डर और भय बना रहता है।कही कोई बीज या दवाइयां हाथ न लगे जिससे उनको नुकसान उठाना पड़े। क्योंकि दवाइयों का एक्सपायरी दिनांक रहता है जो दिनांक निकलने के बाद नुकसान दायक होता है।और किसानों का कहना है कि गोदाम की देखरेख में भारी लापरवाही बरती जा रही है। उचित रखरखाव न होने के कारण गोदाम में न तो फायर सेफ्टी के इंतजाम हैं और न ही कोई सुरक्षा गार्ड तैनात है। कई बार पशु अंदर भी घुस जाते हैं।
प्रभारी निरीक्षक के भरोसे संचालित हो रहा छेत्र
इस संबंध में यहां पर बताना लाजिमी है कि इस छेत्र के निरीक्षक खैरागढ़ में पदस्थ लुकमान साहू भी पूरी तरह प्रभारी है। कर्मचारियों की कमी और प्रशासनिक उदासीनता के कारण किसानों को समय पर सहायता नहीं मिल पा रही है। कई बार किसानों को वापस लौटना पड़ता है क्योंकि गोदाम में कोई जवाबदेह व्यक्ति मौजूद नहीं होता।
यहां पदस्थ sado से संपर्क करने का प्रयास किया गया लेकिन वो किसी बैठक में शामिल थे जिसके कारण उनसे बात नहीं हो सकी।
स्थानीय कर्मचारी है मौन
जब इस संबंध में कृषि विभाग के वरिष्ठ कर्मचारियों से बात की गई, तो उन्होंने जांच का आश्वासन तो दिया, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो पाई है।
इस संबंध छेत्र के किसानों ने कहा कार्यालय में सुधार की आवश्यकता है कृषि विभाग के इस रवैये से किसान वर्ग खासा निराश है। यह आवश्यक है कि सं





बंधित अधिकारी तत्काल गोदाम की व्यवस्था में सुधार लाएं और सुरक्षा मानकों को सुनिश्चित करें, ताकि किसानों को सुविधा मिल सके और किसी भी प्रकार की दुर्घटना से बचा जा सके।