ग्राम बुढानभाट में समाधान शिविर का हुआ आयोजन

ग्राम बुढानभाट में समाधान शिविर का हुआ आयोजन बुढानभाट क्लस्टर में 6623 आवेदनों का हुआ सफल निराकरण

ग्राम बुढानभाट में समाधान शिविर का हुआ आयोजन

ग्राम बुढानभाट में समाधान शिविर का हुआ आयोजन 

बुढानभाट क्लस्टर में 6623 आवेदनों का हुआ सफल निराकरण

छुईखदान== मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के सुशासन तिहार अभियान के तृतीय एवं अंतिम चरण के तहत ग्रामबुढानभाट में आयोजित समाधान शिविर में कुल 6644 आवेदनों में से 6623 आवेदनों का सफलतापूर्वक निराकरण किया गया। शेष 21 मांग से संबंधित आवेदनों का निराकरण प्रक्रियाधीन है। शिविर में कलेक्टर सहित सभी जन प्रतिनिधियों ने विभिन्न स्टालों का अवलोकन किए। 

 यह शिविर जनप्रतिनिधियों और प्रशासनिक अधिकारियों की सक्रिय भागीदारी से संपन्न हुआ।

शिविर में पूर्व विधायक श्री कोमल जंघेल, जिला पंचायत सदस्य श्री ललित चोपड़ा, कुलेक्टर श्री इन्द्रजीत सिंह चन्द्रवाल, सीईओ जिला पंचायत श्री प्रेम कुमार पटेल,

जिला पंचायत सदस्य श्री ललित चोपड़ा, संसद प्रतिनिधि श्री खम्मन ताम्रकार सहित अन्य जनप्रतिनिधि और विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे। सभी ने छत्तीसगढ़ महतारी की तैलचित्र की विधिवत पूजा-अर्चना के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ किया।

पूर्व विधायक श्री कोमल जंघेल ने सुशासन की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए अधिकारियों-कर्मचारियों की मेहनत की सराहना की।

पूर्व विधायक ने कहा, “छुईखदान में आज सुशासन तिहार का अंतिम शिविर आयोजित हुआ है। जिले का समापन शिविर खैरागढ़ विकासखंड के ग्राम देवरी में होगा। यह अभियान शासन को जनता के द्वार तक लाने का सार्थक प्रयास है, जिसमें अधिकारियों और कर्मचारियों ने पूर्ण निष्ठा और लगन से कार्य किया है। यह कार्य प्रशंसा के योग्य है।”

सुशासन की परिभाषा देते हुए उन्होंने कहा कि भारत के पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी ने देश में सुशासन लाने का स्वप्न देखा था और उसे साकार करने के लिए उन्होंने दृढ़ इच्छाशक्ति के साथ कार्य किया। उनकी स्मृति में 25 दिसंबर को सुशासन दिवस के रूप में मनाया जाता है।

पूर्व विधायक जंघेल ने बताया कि प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय एवं कृषि मंत्री श्री राम विचार नेताम द्वारा 29 मई को विकसित संकल्प यात्रा का शुभारंभ किया गया है। इस यात्रा के माध्यम से सरकार का उद्देश्य किसानों और ग्रामीण जनता तक योजनाओं की जानकारी पहुंचाना और उन्हें लाभान्वित करना है।

कलेक्टर श्री इन्द्रजीत सिंह चंद्रवाल ने कहा है कि सुशासन तिहार की तीनों चरणों के लंबी श्रृंखला के माध्यम से प्रशासन ने आम जनता की समस्याओं के निराकरण के लिए एक मजबूत और पारदर्शी मंच प्रदान किया। उन्होंने बताया कि इस पूरी प्रक्रिया में जिला एवं जनपद स्तर के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों ने पूरी निष्ठा के साथ कार्य करते हुए समस्याओं के त्वरित समाधान में सहयोग दिया।

कलेक्टर श्री चंद्रवाल ने कहा कि समस्याएं समय-समय पर आती रहेंगी, परंतु समाधान शिविरों के माध्यम से जिन मूलभूत समस्याओं की जानकारी प्राप्त हुई, उनका प्राथमिकता के आधार पर स्थायी समाधान सुनिश्चित किया गया है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि भविष्य में भी इसी प्रकार संवेदनशीलता और तत्परता के साथ जनहित के कार्यों में जुटे रहें।

उन्होंने हाल ही में छुईखदान क्षेत्र के दौरे का उल्लेख करते हुए महिला स्व-सहायता समूहों द्वारा किए जा रहे कार्यों की विशेष सराहना की। उन्होंने कहा कि महिला समूहों की सक्रियता और नवाचार की भावना जिले के ग्रामीण विकास और महिला सशक्तिकरण का उदाहरण प्रस्तुत कर रही है। 

उन्होंने कहा कि आगामी 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर "मोर गांव—मोर पानी" के तहत एक जिला स्तरीय विशेष महाअभियान चलाया जाएगा। इस अभियान में जनभागीदारी से श्रमदान कर 5000 से अधिक सोखता गड्ढों का निर्माण किया जाएगा, जिससे जल संरक्षण को बढ़ावा मिलेगा।

इसके अतिरिक्त "एक पेड़ मां के नाम" अभियान के अंतर्गत जिले भर में वृहद स्तर पर पौधरोपण भी किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि वर्षा ऋतु का आगमन समीप है, स्वास्थ्य सुरक्षा को लेकर सतर्क रहे।

आयुष्मान कार्ड बनाना अब आसान हो गया है, स्वास्थ्य विभाग द्वारा हेल्प लाइन नंबर 14555 तथा 104 जारी किया है, जो 24×7 स्वास्थ्य संबंधी योजनाओं के लिए सहायता प्रदान करेगी। 

  मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री प्रेम कुमार पटेल ने बताया कि छुईखदान विकासखंड में "सुशासन तिहार" कार्यक्रम के तहत आयोजित समाधान शिविरों का अंतिम शिविर बूढ़ानभाट में सफलता पूर्वक सम्पन्न हुआ। यह विकासखंड का सातवां एवं अंतिम शिविर था, जो समापन के साथ ही जिले में इस अभियान की बड़ी उपलब्धि के रूप में सामने आया है।

श्री पटेल ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा संचालित इस कार्यक्रम का उद्देश्य जन समस्याओं का त्वरित, पारदर्शी एवं प्रभावी समाधान करना है। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम को तीन चरणों में संचालित किया गया।

प्रथम चरण (8 से 11 अप्रैल) जिले की सभी पंचायतों और नगरीय निकायों में समाधान पेटियों के माध्यम से नागरिकों से आवेदन प्राप्त किए गए। द्वितीय चरण (11 अप्रैल से) प्राप्त आवेदनों की जांच और डिजिटल एंट्री की गई। तृतीय चरण (5 मई से 31 मई): जिले भर में 21 समाधान शिविरों का आयोजन किया गया, जिनमें से बूढ़ानभाट में 20वां शिविर था।

बूढ़ानभाट क्लस्टर में कुल 6644 आवेदन प्राप्त हुए, जिनमें से 6623 का त्वरित समाधान किया गया। श्री पटेल ने अधिकारियों और कर्मचारियों की सराहना करते हुए कहा, "नवगठित जिले में संसाधनों की सीमितता के बावजूद अधिकारियों ने उत्कृष्ट कार्य करते हुए जिले को ‘सुशासन तिहार’ में टॉप 10 जिलों में स्थान दिलाया है।"

उन्होंने इस उपलब्धि के लिए सभी अधिकारियों, कर्मचारियों और क्षेत्रवासियों का आभार प्रकट किया और विश्वास जताया कि भविष्य में भी इसी तरह जनसेवा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाएगी। कि इस शिविर में नए आवेदनों का समाधान एक माह के भीतर करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।

 शिविर में कृषि, श्रम, महिला बाल विकास, उद्यानिकी, मत्स्य, स्वास्थ्य एवं पंचायत विभागों के माध्यम से हितग्राहियों को कई योजनाओं का लाभ दिया गया। इस अवसर पर छुईखदान जनपद पंचायत के अध्यक्ष श्रीमति पुष्पा प्रकाश जंगेल, एसडीएम छुईखदान श्री अविनाश ठाकुर, छुईखदान तहसीलदार मोक्षदा दे

वांगन छुईखदान जनपद पंचायत सीईओ श्री रवि कुमार, पूरे ब्लॉक के सभी विभाग प्रमुख सहित अन्य जनप्रतिनिधि, सरपंच एवं बड़ी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित थे।