राजाओ के समाधि स्थल संवारे जायेंगे
राजाओ के समाधि स्थल संवारे जायेंगे पूर्वज राजाओं के समाधियों को संजोनें का कार्य छोटे राजा देवराज किशोर दास ने लिया संकल्प छुईखदान-प्रायःदेश के समस्त रियासतों के पूर्व नरेशों के देहावसान होनें पर क्षेत्र की जनता की ओर से भावपूर्ण श्रद्वाजलि देने के साथ ही उनकी रियासती ठाठ बाट रियासतो के संचालन सहित व्यक्तिगत अभिरूचि जैसे स्मृतियो सहित उनकी याद को चिरस्थायी बनाए रखने के लिए समाधि स्थल का निर्माण किया जाता रहा है
राजाओ के समाधि स्थल संवारे जायेंगे पूर्वज राजाओं के समाधियों को संजोनें का कार्य छोटे राजा देवराज किशोर दास ने लिया संकल्प
छुईखदान-प्रायःदेश के समस्त रियासतों के पूर्व नरेशों के देहावसान होनें पर क्षेत्र की जनता की ओर से भावपूर्ण श्रद्वाजलि देने के साथ ही उनकी रियासती ठाठ बाट रियासतो के संचालन सहित व्यक्तिगत अभिरूचि जैसे स्मृतियो सहित उनकी याद को चिरस्थायी बनाए रखने के लिए समाधि स्थल का निर्माण किया जाता रहा है इसी क्रम में छुईखदान रियासत के विभिन्न राजाओं रानीयों के स्वर्गारोहण के उपरांत उनके उत्तराधिकारीयो की ओर से अपने पूर्वजों की याद मे बनाए गए समाधिस्थल अब बीते जमाने की बातें हो गई हैं, और उचित देखरेख के अभाव में वे अब अपना अस्तित्व को छोड़ने पर मजबूर हेा रही है जिसे देखते हुए इस रियासत के छोटे राजा साहब देवराज किशोर दास जी ने अपनें पूर्वज राजाओ एवं रानीयों की स्मृतियो को संजोए रखने की दिशा मे सार्थक पहल करते हुए उन समाधियो का पुनरूद्धार कर अपने पूर्वजों के स्मृतियों को सजोने हेतु संकल्पित हए हैं, , , उनका कहना है कि हमे अपने धर्मप्रेमी,साहित्यप्रेमी,संस्कारवान,न्यायप्रिय जनता के सेवक रहें पूर्वजों पर गर्व है और मै अपनें पूर्वजो के समाधि स्थलों को सुरक्षित कर उन्हे अपनी ओर से सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित करना चाहता हूं।
वर्तमान मे इस रियासत के समाधिस्थल पर महंत राजा लक्ष्मण किशोर दास जन्म सन् 1810 एवं स्वर्गारोहण सन 1887, महंत राजा श्याम किशोर दास जन्म सन1833 व स्वर्गारोहण सन1896,महंत राजा राधावल्लभ किशोर दास जन्म सन् 1868 व स्वर्गारोहण सन 1898, महंत राजा भूधर किशोर दास जन्म सन् 1891 व स्वर्गारोहण सन 14 जुलाई 1944 ( अयोघ्या मेँ ) महंत राजा ऋतुपर्ण किशोर दास जन्म सन 10 जुलाई 1921 व स्वर्गाराहण सन् 1979 तथा महंत राजा घनश्याम किशोर दास जी जन्म सन् 1951 तथा स्वर्गाराहण दिनांक 02 अगस्त 2018 सहित अनेंको यहाँ पर राजा और रानी साहिबाओ के स्मारक स्थल अस्तित्व मे है जिनका यदि पुनरूद्धार करा दिया जाए तो वे न केवल अपनें पुराने वैभवशाली अस्तित्व मे आ जाऐंगे साथ ही नई पीढी़ के लोगों केा उनके जीवन एवं स्वर्गारोहण की भी जानकारी प्राप्त कर सकेंगे,शायद यही उन प्रजावत्सल नरेशों को उनके उत्तराधिकारीयों की ओर से सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
यही कारण है कि छुुईखदान रियासत के पूर्व नरेश स्व महंत राजा घनश्याम किशोर दास जी की पांचवीं पुण्य तिथि के अवसर पर उन्हे उनके चाहने वालों ने स्मरण कर अपनी भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित किए इसी अवसर पर उनके पुत्र छोटे राजा देवराज किशोर दास जी ने अपने पूर्वजों की स्मृति स्थल का पुनरूद्धार कर उन्हें वही शानो शौकत भरा स्वरूप प्रदान करने का संकल्प लिया है जिसकी प्रसंशा नगर एवं क्षेत्र चहुंओर हो रही है।