जग में रह जायेंगे प्यारे तेरे बोल पुण्यतिथि पर याद आये मुकेश
जग में रह जायेंगे प्यारे तेरे बोल पुण्यतिथि पर याद आये मुकेश मुकेश को हमने श्याम सुन्दर के रूप मेँ देखा है सज्जाक खान छुईखदान=-- आज अपने दौर के मशहूर गायक मुकेश की 47वीं पुण्यतिथि है। संगीत के दीवानों के लिए मुकेश की आवाज़ किसी तोहफ़े से कम नहीं होता । शो मैन राजकपूर एवं मनोज कुमार की आवाज बनकर शोहरत की ऊंचाईयां छूने वाले मुकेश कुमार आज भी अपने गाये गीतों से चाहने वाले के दिलों पर राज करते हैं
जग में रह जायेंगे प्यारे तेरे बोल पुण्यतिथि पर याद आये मुकेश
मुकेश को हमने श्याम सुन्दर के रूप मेँ देखा है सज्जाक खान
छुईखदान=-- आज अपने दौर के मशहूर गायक मुकेश की 47वीं पुण्यतिथि है। संगीत के दीवानों के लिए मुकेश की आवाज़ किसी तोहफ़े से कम नहीं होता । शो मैन राजकपूर एवं मनोज कुमार की आवाज बनकर शोहरत की ऊंचाईयां छूने वाले मुकेश कुमार आज भी अपने गाये गीतों से चाहने वाले के दिलों पर राज करते हैं।मुकेश कुमार ने अपने जीवन में हर तरह के गाने गाए हैं लेकिन उन्हें असली पहचान उनके दर्द भरे गानों से मिली है । आपको बता दें कि मुकेश फिल्मफेयर अवॉर्ड पाने वाले वे पहले पुरुष गायक थे। आज से 47बरस पहले 27 अगस्त 1976 को अमेरिका मे एक स्टेज शो के दौरान दिल का दौरा पड़ने से महान गायक मुकेश कुमार का निधन हो गया था ।
रविवार को न्यू म्यूजिकल कराओके ग्रुप द्वारा स्वर्गीय मुकेश चंद्र माथुर की 47वीं पुण्यतिथि मनाई गई इस दौरान उनके चित्र पर जिला प्रेस क्लब के अध्यक्ष सज्जाक खान कांग्रेस सेवा दल के जिला अध्यक्ष छोटे राजा देवराज किशोर दास वैष्णव एवं व प्रेस क्लब छुईखदान के अध्यक्ष नीलम वैष्णव के द्वारा उनके तैलचित्र पर माल्यार्पण अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई l
मौके पर ग्रुप के वरिष्ठ गायक और छेत्र मेँ मुकेश कुमार के परछाई माने जाने वाले गायक श्यामसुंदर महोबिया ने स्वर्गीय मुकेश कुमार के गाए गीत सुहानी चांदनी राते हमें सोने नहीं देती गाकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कियाl इस दौरान ग्रुप के गायको ने वरिष्ठ शास्त्रीय सांगितकार मानिक श्रीवास के द्वारा झूमती चली हवा मेँ लय लगाकर कार्यक्रम मेँ उपस्थित संगीत के चाहने वालो का मन मोह लिया , कार्यक्रम के संचालक और गायक अशोक चंद्राकर के द्वारा तौबा ये मतवाली चाल की प्रस्तुतीकरण से उपस्थित श्रोताओं को कार्यक्रम मेँ बैठे रहने को मजबूर कर दिया,, ग्रुप के जान कहे जाने वाले गायक डी के नामदेव ने कभी-कभी मेरे दिल में ,और संगीतकार राजकुमार वैष्णव ने कहीं दूर जब दिन ढल जाए ,गाकर उत्साह वर्धन किया, युवा गायक उदय चंदेल के द्वारा तारों में सज के ,और संजय यादव ने जाने कहां गए वो दिन , दीपक सेन ने दुनिया से जाने वाले चले जाते है कहा को गुनगुना कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कियाl कार्यक्रम मेँ छेत्र के ऑल राउंडर महेश वैष्णव ने ओ मेरी महबूबा गाने गाकर दर्शकों को झूमने मजबूर कर दिया l
श्रद्धांजलि कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिला प्रेस क्लब खैरागढ़ छुईखदान गंडई के अध्यक्ष सज्जाक खान ने कहा कि स्वर्गीय मुकेश जी का जन्म 22 जुलाई 1923 को हुआ था लेकिन अपने गए गीतों की वजह से उनका नाम आज पूरी दुनिया में मशहूर है
लोग आज भी उनके गीतों को सुनते हैं और गुनगुनाते हैं l मैंने कभी मुकेश कुमार को नहीं देखा लेकिन मै आज भी यह कह सकता हूँ मैंने जिसे उनके गाने को गाते देखा है, वो बिलकुल मुकेश कुमार जैसे होगा,,
कार्यक्रम को जिला कांग्रेस सेवा दल के अध्यक्ष छोटे राजा देवराज किशोर दास ने भी संबोधित किया इस दौरान उन्होंने कहा कि इस संगीत की आधुनिक दुनिया में पुराने गीतों को आज भी सुना जाता है उनमें सबसे ज्यादा मुकेश कुमार जी की गाने गूंजती हैं न्यू म्यूजिकल कराओके ग्रुप के द्वारा उनके श्रद्धांजलि कार्यक्रम को मनाना इस बात का उदाहरण है कि आज भी मुकेश
कुमार की यादें आमजनों के बीच मौजूद है l
कार्यक्रम में मुख्य रूप से न्यू म्यूजिकल क्राफ्ट कराओके ग्रुप के संयोजक अशोक चंद्राकर, राजकुमार वैष्णव ,डी के नामदेव, श्याम सुंदर महोबिया ,महेश वैष्णव मानिक श्रीवास ,उदय चंदेल सहित शरद श्रीवास्तव, योगेंद्र सोनी,सुरेश यादव ,मुकेश हेड़ाउ अन्य श्रोतागण मौजूद थे l