कृषि महाविद्यालय में हर्षाेल्लास के साथ मनाया गया विश्वविद्यालय का 38 वां स्थापना दिवस

कृषि महाविद्यालय में हर्षाेल्लास के साथ मनाया गया विश्वविद्यालय का 38 वां स्थापना दिवस छुईखदान =-=- इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर का 38वां स्थापना दिवस, दिनांक 20 जनवरी 2024 को रानी अवंती बाई लोधी कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केंद्र छुईखदान में हर्षाेल्लास के साथ मनाया गया

कृषि महाविद्यालय में हर्षाेल्लास के साथ मनाया गया विश्वविद्यालय का 38 वां स्थापना दिवस

कृषि महाविद्यालय में हर्षाेल्लास के साथ मनाया गया विश्वविद्यालय का 38 वां स्थापना दिवस

छुईखदान =-=- इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर का 38वां स्थापना दिवस, दिनांक 20 जनवरी 2024 को रानी अवंती बाई लोधी कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केंद्र छुईखदान में हर्षाेल्लास के साथ मनाया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में श्री विश्वेश्वर दास साहू, उन्नत कृषक एवं भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद जबलपुर अटारी थे एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में उन्नत कृषक श्री रवि साहू, श्री सौरभ जंघेल एवं श्रीमती लोकेश्वरी, गोठान अध्यक्ष भी उपस्थित थे।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. ए. के. गुप्ता द्वारा उद्बोधन में विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय की उपलब्धियां, अनुसंधान तथा तकनीकी प्रसार में प्रकाश डालते हुए बताया कि विश्वविद्यालय में धान के 23000 जनन द्रव्य, अलसी के 1800 से अधिक जनन द्रव्य संरक्षित है जिससे विश्वविद्यालय को देश में एक विशिष्ट स्थान प्रदान करता हैै। साथ ही महाविद्यालय के वैज्ञानिकों द्वारा कृषि से संबंधित समस्याओं पर कृषकों को जानकारी प्रदान की गई।

डॉ. खूबचंद बघेल सम्मान से सम्मानित मुख्य अतिथि श्री विश्वेश्वर दास साहू जी ने कृषकों कों सम्बोधित करते हुए कहा कि कृषक ही देश के कर्णधार है, जो किसी व्यक्ति को दो वक्त की रोटी प्रदान करता है। विशिष्ट अतिथि श्री सौरभ जंघेल ने एक विद्यार्थी से उद्यमी तक के सफर को सारगर्भित शब्दों में बताते हुए कृषकों को उसके महत्व के बारे में बताया। विशिष्ट अतिथि श्री रवि साहू ने पान की खेती से हुए लााभ के बारे कृषकों को बताया। उन्नत कृषक भूपेन्द्र साहू, सुखराम मण्डावी, सजेलाल जंघेल ने भी एक सफल किसान बनने के सफर को साझा किया। 

38वां स्थापना दिवस के अवसर पर इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर में विकास प्रदर्शनी, कृषि स्टार्ट अप, बायोटेक और कृषि विज्ञान केंद्र के विभिन्न स्टालों आयोजन किया गया था जिसमें कृषि महाविद्यालय, छुईखदान के सह प्राध्यापक डॉ बी. एस. असाटी द्वारा मुनगे एवं पान से निर्मित उत्पादों का प्रदर्शन किया गया जिसका उप राष्ट्रपति महोदय श्री जगदीप धनखड़, राज्यपाल महोदय श्री विश्वभूषण हरिचंदन एवं मुख्यमंत्री महोदय श्री विष्णु देव साय द्वारा अवलोकन किया गया। इस कार्यक्रम में सहायक प्राध्यापक एवं रा.से.यो. कार्यक्रम अधिकारी डॉ. ओम नारायण वर्मा के नेतृत्व में महाविद्यालय के 40 रा.से.यो. स्वयंसेवकों को प्रदर्शनी का अवलोकन कराया गया एवं स्थापना दिवस मे अपनी सहभागिता निभाई ।

कार्यक्रम के अंत में स्मृति चिन्ह के साथ अतिथियों का पुनः सत्कार किया गया और कृषकों को महाविद्यालय द्वारा उन्नत किस्म की पौध सामग्री का वितरण कर उनका सम्मान किया गया। कायक्रम का संचालन सहायक प्राध्यापिका डॉ. प्रज्ञा पाण्डेय द्वारा किया गया। इस कार्यक्रम में महाविद्यालय के सहायक प्राध्यापक

श्रीमती राजेश्वरी कुर्रे, डॉ. चेतना, श्रीमती तामिन, डॉ. ए. के. नंदनवार, डॉ. देवेन्द्र कुर्रे, डॉ. कन्हैया, श्री रायसेन पाल, श्री कोमल प्रसाद गांवरे, श्री सुनिल, श्रीमती जलेश्वरी कंवर, कु. पूर्णिमा निषाद सहित ग्राम कोड़का की महिला स्व सहायता समूह, 44 कृषक और 50 छात्र छात्राओं ने अपनी सहभागिता निभाई। कार्यक्रम का धन्यवाद ज्ञापन डॉ. पंकज भार्गव ने किया।