दिवंगत पोलिस जवान को कांधा देनें स्वयं पहुंचे पुलिस अधीक्षक त्रिलोक बंसल
दिवंगत पोलिस जवान को कांधा देनें स्वयं पहुंचे पुलिस अधीक्षक त्रिलोक बंसल ( नजारा देख जवान हुए भावुक तो साथ देख उत्साहित भी हुए ) छुईखदान-अपनें अधीनस्थ सहायक उप निरिक्षक के अचानक देहांत होनें की खबर से व्यथित पुलिस अधीक्षक के स्वयं दिवंगत जवान के अंतिम यात्रा में शांिमल होकर
दिवंगत पोलिस जवान को कांधा देनें स्वयं पहुंचे पुलिस अधीक्षक त्रिलोक बंसल
(नजारा देख जवान हुए भावुक तो साथ देख उत्साहित भी हुए )
छुईखदान-अपनें अधीनस्थ सहायक उप निरिक्षक के अचानक देहांत होनें की खबर से व्यथित पुलिस अधीक्षक के स्वयं दिवंगत जवान के अंतिम यात्रा में शांिमल होकर स्वयं अपनें अधीनस्थ जवान को कांधा देकर अंतिम बिदाई देनें के इस अंदाज से पुलिस महकमें में जहां भावुकता देखी गई तो वहीं अपनें उच्च अधिकारी के कांधा नें अपनें कर्तव्य केे प्रति और अधिक उत्साहित कर दिया है जिसकी चहुओर चर्चा हो रही है।
जी हां नवीन जिला खैरागढ-छुईखदान-गंडई के छुईखदान थानें में पदस्थ सहायक उपनिरिक्षक श्री रामनरेश आदिल अपने गृह ग्राम बचेड़ी जिला बेमेतरा छ.ग.गए हुए थे जहां पर उनकी आकस्मिक निधन हो गया जिसकी खबर मिलते ही पूरे केसीजी जिले के पुलिस महकमें में ंजहां शोक की लहर दौड़ गई वहीं खबर मिलते ही जिलेे के संवेदनशील पुलिस अधीक्षक श्री त्रिलोक बंसल अपनें जवान की अंतिम यात्रा मे शामिल होनें स्वयं दिवंगत सहायक उप निरिक्षक रामनरेश आदिल के गृह ग्राम पहुचे परिवार जनो को ढांढस बंधाया नियमानुसार पचास हजार की नगद सहायता राशि प्रदान की तथा अपने दिवंगत जवांनों के प्रति एक पुलिस अधीक्षक की संवेदनशीलता का परिचय देते हुए स्वयं सारे सुरक्षा को परे रखते हुए दिवंगत जवान को अपना कंधा देकर अंतिम विदाई दी।
गमगीन माहौल में भी पुलिसिया अपनेपन एक दूसरे के प्रति समर्पण और एक अधिकारी का अपनें अधीनस्थ अधिकारीयों कर्मचारियों के प्रति अपनापन देखते ही बन रंहा था लोग दिवंगत जवान के इस संसार से चले जानें का शोक भी मना रहे थे तो वहीं पर पुलिस महकमें के संवेदनशीलता अपनेंपन पर अंदर ही अंदर गर्व भी महसुस कर रहे थे,जानकारी के मुताबिक दिवंगत जवान का कुछ दिनों से स्वास्थय कुछ ठीक नही था,ईलाज के साथ ही आराम के लिए स्व आदिल अपने परिवार के बीच गृहग्राम बछेड़ी गए हए थे जहां पर उनकी तबियत अचानक खराब हो जाने के चलते देहावसान हो गया,जबकि दिवंगत जवान की उम्र कही ज्यादा नही बताया जा रहा है।
बताया जाता है कि जिसने भी इस दृष्य को को देखा वह शोक के साथ ही गर्व से भर गया,और यह कहने पर मजबूर हो गया कि जिस महकमें के अधिकारी अपनें अधीनस्थ कर्मचारियों के प्रति इस कदर संवेंदनशील हो उस महकमें के लिए जान देना भी गौरव की बात होगी फिलहाल नवीन जिले के पुलिस मंहकमें में जहां एक ओर शोक की लहर है तो वंही अपनें अधिकारी की संवेदनशीलता पर गर्व महसूस किया जा रहा है।
अंतिम संस्कार में श्री त्रिलो क बंसल के साथ पुुलिस थाना प्रभारी शिवकुमार गेण्दले छुईखदान थाना के स्टाफ सहिंत सभी उपास्थित थें।