देवी भुमि ग्राम खरतोरा (पलारी) में गुरु देव नरेन्द्र नयन शास्त्री जी ने किया देवी तुल्य बेटी का कन्यादान

देवी भुमि ग्राम खरतोरा (पलारी) में गुरु देव नरेन्द्र नयन शास्त्री जी ने किया देवी तुल्य बेटी का कन्यादान *आचार्य नरेन्द्र नयन शास्त्री "गुरु देव जी" ने अब तक 322 जरुरत मंद विवाह योग्य बेटियों का कर चुके हैं कन्या दान*

देवी भुमि  ग्राम खरतोरा (पलारी) में गुरु देव नरेन्द्र नयन शास्त्री जी ने किया देवी तुल्य बेटी का कन्यादान

देवी भुमि ग्राम खरतोरा (पलारी) में गुरु देव नरेन्द्र नयन शास्त्री जी ने किया देवी तुल्य बेटी का कन्यादान 

*आचार्य नरेन्द्र नयन शास्त्री "गुरु देव जी" ने अब तक 322 जरुरत मंद विवाह योग्य बेटियों का कर चुके हैं कन्या दान* 

 

खरतोरा (पलारी)- धरा को यूं ही माता का दर्जा नही दिया जाता, सनातन धर्म मे तो कन्या को देवी का ही स्वरूप मे ही पूजा जाता है,जिनकी इस समाज से अनेकों अनेक अपेक्षाएं अरमान रहती है,चाहे वह शिक्षा हो,सेवा हो,समाजिक सम्मान हो,या फिर वैवाहिक प्रसंग हो।

        इन्ही प्रसंगों मे समाज की अनेको जरूरत मंद परिवार की बेटियो के अरमान गरीबी और अभाव के नीचे दबकर रह जाती है,और फिर वह कभी न उबर पाने वाला दंश बनकर रह जाता है।

          समाज की बेटियो की इन्ही दशा से द्रवित हो प्रदेश की राजधानी रायपुर के समीप ग्राम सिलयारी निवासी, *आचार्य नरेन्द्र नयन शास्त्री जी "चाय वाले बाबा " (पूज्यनीय गुरूदेव) जी ऐसे जरूरत मंद कन्याओं के गरिमामय वैवाहिक खर्च सहित भविष्य मे कुछ उपार्जन के लिए सक्षम बनाने का भीष्म संकल्प साथ आज जिला बलौदाबाजार तहसील पलारी के ग्राम खरतोरा मे आयोजित श्रीमद्भाग

वत कथा ज्ञान यज्ञ के पुण्य सान्निध्य मे विवाह मंडप स्थापित कर श्रीमद्भागवत कथा मे प्राप्त समस्त दान दक्षिणा, चढ़ोत्तरी को जरूर मंद कन्या सौ का मुंगेश्वरी यादव के विवाह ,मे खर्च कर कीर्तिमान 322 वें बिटिया का कन्या दान सहित उनके उज्जवल,सुखमय, और सक्षम भविष्य की नीव रखी,जो केवल एक हमारे गुरूदेव ही कर सकते है और दूसरा कोई नही। गुरु देव जी ने कथा पंडाल में ही मंडप, बारात स्वागत से लेकर पाणी ग्रहण, तक सभी मांगलिक कार्य स्वयं अपने हाथों से सम्पन्न करा कर वर वधू का आशीर्वाद प्रदान किया!

      पूज्यनीय गुरूदेव आपका संपूर्ण व्यक्तित्व हम सभी शिष्यों के लिए शिक्षा है, आपके सन्मार्ग का अनुशरण हम शिष्य कर सके इतनी कृपा सदैव बनी रहे। राधे राधे गुरु जी