बुनकर सोसायटी का भवन निर्माण भगवान भरोसे ठेकेदार की मनमानी अधिकारी रहते है गायब

बुनकर सोसायटी का भवन निर्माण भगवान भरोसे ठेकेदार की मनमानी अधिकारी रहते है गायब (मजबूत एवं टिकाउ भवन की कल्पना करना बेमानी हो सकती है ? -कालम में भरा जा रहा है मिट्टी ) निर्माण से पहले भवन कही बीमार न पड़ जाए ??? दो करोड़ की बिल्डिंग भगवान भरोसे (कहीं मिट्टी की कालम फिलींग-कहीं क्यूरिंग नही - एैसे में भवन के टिकाउपन पर सैकड़ों सवाल )

बुनकर सोसायटी का भवन निर्माण भगवान भरोसे               ठेकेदार की मनमानी          अधिकारी रहते है गायब

बुनकर सोसायटी का भवन निर्माण भगवान भरोसे                                                                        ठेकेदार की चल रही मनमानी                                                                                              अधिकारी रहते है गायब

    (मजबूत एवं टिकाउ भवन की कल्पना करना बेईमानी हो सकती है ? -कालम में भरा जा रहा है मिट्टी )

   निर्माण से पहले भवन कही बीमार न पड़ जाए ??? दो करोड़ की बिल्डिंग भगवान भरोसे

   (कहीं मिट्टी की कालम फिलींग-कहीं क्यूरिंग नही - एैसे में भवन के टिकाउपन पर सैकड़ों सवाल )

छुईखदान बुनकर सोसायटी -शहीद नगरी छुईखदान शहर का आन बान शान कहे जाने वाले पुरे देश में प्रदर्षित करने वाला बुनकर सोसायटी का भवन निर्माण कही भ्रस्टाचार की भेंट न चढ़ जाये

? ? ?                        छेत्र के बुनकरों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए खनिज विकास निगम के अध्यक्ष गिरिश देवांगन के मजबूत पहल और क्षेत्रीय विधायक यशोदा वर्मा की संवेदनशीलता के चलते प्रदेश सरकार की ओर से इस नगर एवं क्षेत्र केा बुनकर सोसायटी हेतू सुविधा मिलने में सफलता प्राप्त हुई,।ज्ञात हो कि आज से 75 बरस पहले देश की आजादी के बाद इस शहर में एक बुनकर सोसायटी की स्थापना की गई थी।

              आज लगभग देश को आजाद हुए 75 बरस हो गए है। बुनकर सोसायटी अपने प्रसिद्व कारीगरों के बदौलत पुरे देश में अपना छाप छोड़ने में कामयाब रही है। लेकिन आध्ुानिकता के दौड़ में यहां पर नए कारीगर और नए लुम से नई तकनिक के द्वारा कपड़ेा में नया पन प्रदान किए जाने लगा हैं। जिसकी पुरे प्रदेश से लेकर फेब इंडिया तक की डिमांण्ड रही है।और यहां के कपड़े विदेशो में भी जाने लगे है। जिसके कारण यह बुनकर अपने नए किर्तीमान स्थापित करने में कामयाब रहा हैं।जिसे देखते हुए यहां पर नए भवन का निर्माण कराया जा रहा हैं। जिसके निर्माण में अनिमितता बरते जाने की चर्चा आम लोगों में होन लगी हैं। 

                            भवन निर्माण का कार्य भगवान भरोसे 

         स्थानीय बुनकरों की सुविधा को देखते हुए सामान्य सुविधा केन्द्र फेस 01 छुईखदान अधोसंरचना के निर्माण कार्य के तहत् निर्माण कार्य लगभग दो करोड़ रुपये की लागत से हो रहा है।अनुमानित लागत 2 करोड़ 26 लाख रुपये की लागत से निर्माणाधिन है। जिसमें देखने से ऐसा लगता है। मानो विभाग ने ठेकेदार को खुली छुट दे रखी हो । निर्माण में खोदे गए कालम को मिट्टी से ही भरा जा रहा हैं। जो कि नियमतः गलत लगता है। इस संबंध में न वहां पर कोई विभागीय अधिकारी रहता है। और न ही कोई विभागीय कर्मचारी ? जो कि निर्माण में संदेह पैदा कर रहा है।

                           समय पुरा हो गया निर्माण है अधुरा

                वैसे तो इस कार्य का टेंडर अथवा कार्यादेश 26 अक्टुबर 2022 का होना बताया जा रहा है। जिसमें समयावधि 10 माह का लिखा हुआ है। जिसे देखते हुए ऐसा महसुस हो रहा है। कि कार्यावधि समाप्त हो गया है। ओर ठेकेदार को अतिरिक्त समय का प्रावधान किया गया है।ऐसा लगता है। निर्माणाधिन भवन के स्थल निरिक्षण से ऐसा लग रहा है। मानो यह बिल्डिंग अपना निर्माण अवधि में पुरा नहीं हो पाएगा।

                    बोर्ड गायब दिवाल में चिपकाया गया साइन बोर्ड

                विभागीय नियम के तहत् हर वो कार्य जो विभाग द्वारा किया जा रहा हो अथवा टेंडर पद्वति से कराया जा रहा हो वहां पर आमजनो के सुचना हेतू साईन बोर्ड्र लगाना अनिवार्य है। लेकिन इस बिल्डिंग निर्माण में 3 बाई 4 का एक फ्लेक्स दिवाल में चिपका दिया गया है। जिससे आमजनों को जानकारी ठिक से नहीं मिल पा रहा है।जिससे अधिकारीयों के द्वारा इस कार्य का नजर अंदाज किया जाना समझ से परे लगता है।

                              क्षेत्रवासीयों ने की जांच की मांग 

         सामान्य सुविधा केन्द्र फेस 01 छुईखदान अधोसंरचना के निर्माण कार्य के तहत् निर्माण कार्य लगभग दो करोड़ रुपये की लागत से हो रहा हैजिसे लेकर लेकर नगर एवं क्षेत्रवासीयांे ने कहा कि उक्त निर्माण कार्य में हेा रहे अनिमितता में अगर अधिकारीयों ने कार्यवाही नहीं किया तो वे एक टीम बनाकर मुख्यमंत्री के पास भी जा सकते है। और क्षेत्र में चल रहे सामान्य सुविधा केन्द्र फेस 01 निर्माण की जांच की मांग कर सकते है। इस संबंध में पी.डब्ल्यू डी के अनु.अधि श्रीमान काण्डा जी से सम्पर्क साधा गया। तो पता चला कि वे यहां पर नहीं है।वे राजनांदगांव में रहते हैं और वहीं से आना जाना करते हैं